केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन, योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण ने भी दिया समर्थन

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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 में कथित अनियमितताओं से जुड़े धनशोधन मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किए जाने के खिलाफ शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी समेत देशभर में आम आदमी पार्टी (आप) और अन्य राजनीतिक दलों ने प्रदर्शन किया. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आप के नेताओं तथा कार्यकर्ताओं ने केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ प्रदर्शन किया.

वहीं, आप और रायजोर दल (आरडी) की असम इकाई ने शुक्रवार को गुवाहाटी में प्रदर्शन किया और विपक्षी दलों ने एकजुट होकर आप नेता के खिलाफ ईडी की कार्रवाई की निंदा की. गुवाहाटी में आप सदस्यों ने राज्य सचिवालय से करीब दो किलोमीटर दूर स्थित पार्टी के राज्य मुख्यालय से जुलूस निकाला, लेकिन सुरक्षाबलों ने उन्हें रोक दिया. इसी तरह का विरोध-प्रदर्शन आप सदस्यों ने डिब्रूगढ़ में भी किया. कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर पोस्ट कर कहा, ‘‘विपक्ष को कुचलना इस सरकार का स्वभाव बन गया है. 

जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर और जम्मू क्षेत्र में शुक्रवार को विरोध मार्च निकालने की कोशिश कर रहे आप कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि बड़ी संख्या में आप के कार्यकर्ता श्रीनगर प्रेस एन्क्लेव के पास जुटे थे. जैसे ही उन्होंने मार्च निकालने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए हल्के बल का प्रयोग किया. आप के नेता नवाब नासिर ने संवाददाताओं से कहा कि केजरीवाल की गिरफ्तारी अलोकतांत्रिक है. उन्होंने कहा, ‘‘यह लोकतंत्र की लड़ाई है और आखिरकार हम इसे जीतेंगे.''

तेलंगाना के हैदराबाद में आप कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को भाजपा के प्रदेश मुख्यालय के पास विरोध-प्रदर्शन किया. पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर कर दिया. इस दौरान आप कार्यकर्ताओं ने हाथों में ‘‘मोदी हटाओ-भारत बचाओ'' लिखी तख्तियां ली हुई थीं तथा ‘‘ईडी और सीबीआई मुर्दाबाद'' के नारे भी लगाए.

आप की कर्नाटक इकाई ने केजरीवाल की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए शुक्रवार को बेंगलुरु में प्रदर्शन किया. आप की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष एच.एन. चंद्रशेखर के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने ‘फ्रीडम पार्क' में ‘काला दिवस' मनाया. चंद्रशेखर ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केजरीवाल को गिरफ्तार करवाया क्योंकि वह ‘‘देश भर में उनकी बढ़ती लोकप्रियता को पचा नहीं पा रहे हैं.''

केरल में सतारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और विपक्षी दल कांग्रेस ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन किया. माकपा ने शुक्रवार को कन्नूर में विरोध मार्च निकाला और पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री मोदी का पुतला जलाया.

आप नेता की गिरफ्तारी की कड़ी आलोचना करते हुए तिरुवनंतपुरम से सांसद एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहा, ‘‘मैं देश के लोगों से आग्रह करता हूं कि वे उन लोगों को सत्ता में वापस नहीं आने दें, जो लोकतांत्रिक व्यवस्था का अपमान करते हैं. हमारे लोकतंत्र की रक्षा के लिए लोगों को ऐसी कार्रवाइयों का पुरजोर विरोध करने की जरूरत है. जो कुछ भी हुआ उसे उचित नहीं ठहराया जा सकता.'' माकपा के वरिष्ठ नेता एम.ए. बेबी ने कहा कि केजरीवाल की गिरफ्तारी भाजपा सरकार की तानाशाही को दर्शाती है.

उधर, महाराष्ट्र के मुंबई में आप ने आरोप लगाया कि बृहस्पतिवार देर रात प्रदर्शन कर रहे पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस ने मारपीट की. ‘आप' की महाराष्ट्र इकाई की अध्यक्ष प्रीति शर्मा मेनन ने ‘एक्स' पर पोस्ट कर कहा, ‘‘आज पुलिस ने ऐसी बर्बरता की, जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती. ईडी द्वारा गैरकानूनी तरीके से गिरफ्तारी किए जाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे ‘आप' कार्यकर्ताओं को घसीटा गया, पीटा गया और घूंसे तक मारे गए.''

आम आदमी पार्टी (आप) के कुछ पूर्व नेताओं ने ईडी द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का शुक्रवार को विरोध करते हुए इसे 'लोकतंत्र की हत्या' करार दिया. केजरीवाल से मतभेदों के कारण पार्टी छोड़ने वाले इन नेताओं ने यह दावा किया कि लोकसभा चुनाव से पहले 'बिना सबूत के' एक मौजूदा मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी 'लोकतंत्र की हत्या' के समान है. हालांकि, भाजपा की दिल्ली इकाई के उपाध्यक्ष कपिल मिश्रा ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को राष्ट्रीय राजधानी के लोगों के लिए 'खुशी का दिन' बताया. वह आप सरकार में पर्यटन मंत्री रह चुके हैं.

राजनीतिक कार्यकर्ता और ‘स्वराज इंडिया' के संस्थापक योगेन्द्र यादव, जिन्हें 2015 में आप की अनुशासनात्मक समिति द्वारा पार्टी से हटा दिया गया था, उन्होंने केजरीवाल की गिरफ्तारी को अन्यायपूर्ण करार दिया है. योगेन्द्र यादव ने कहा, ‘‘मैं काफी हैरान हूं. लोकतंत्र के नाम पर इस देश में क्या चल रहा है? आप नए चुनाव आयुक्त नियुक्त करके मैच से पहले रेफरी को बदल देते हैं. आप प्रतिद्वंद्वी के बैंक खाते फ्रीज कर रहे हैं. 30 साल पुराने मामलों में नोटिस दिए गए हैं. उचित जांच करें, अगर अदालत दोषी ठहराती है, तो चाहे वह प्रधानमंत्री हों या कोई और, उन्हें सजा मिलनी चाहिए.'' यादव ने कहा कि चुनाव से पहले किसी भी तरह से गिरफ्तारी करना लोकतंत्र की हत्या के समान है. उन्होंने कहा, ‘‘अरविंद केजरीवाल के साथ अन्याय किया गया है. मुझे यकीन है कि लोग उन्हें सबक सिखाएंगे.''

केजरीवाल की गिरफ्तारी पर प्रशांत भूषण ने दावा किया कि ईडी के पास मुख्यमंत्री के खिलाफ कोई दस्तावेजी सबूत नहीं है. प्रशांत भूषण ने किसी का नाम लिए बिना कहा, ‘‘यह बेहद आश्चर्यजनक है कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद चुनाव से ठीक पहले ईडी ने एक मुख्यमंत्री को गिरफ्तार कर लिया है. और ऐसे मामले में, जहां उनके पास यह दिखाने के लिए कोई दस्तावेजी सबूत नहीं है कि वह भ्रष्टाचार में शामिल थे, जहां वे किसी सरकारी गवाह के बयान पर भरोसा कर रहे हैं, जो एक कंपनी का अधिकारी था. वह कंपनी जिसने ईडी को नियंत्रित करने वाली भाजपा को चुनावी बॉण्ड के जरिए चंदा दिया था. ''



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https://ift.tt/YxzE8q6 March 22, 2024 at 11:42PM
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