झारखंड के संथाल परगना और बिहार एवं बंगाल के कुछ जिलों को मिलाकर केंद्र शासित प्रदेश बनाने की भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की मांग पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कड़ी आपत्ति जताई है. पार्टी ने कहा है कि दुबे की ओर से संसद में दिए गए वक्तव्य से साफ है कि भाजपा झारखंड का विभाजन करना चाहती है, लेकिन हम उनके इरादों को किसी हाल में सफल नहीं होने देंगे. झारखंड एक था और एक ही रहेगा.
मनुवादी भाजपा की झारखंड और आदिवासियों के विभाजन की असलियत अब सभी जान चुके हैं।
— Jharkhand Mukti Morcha (@JmmJharkhand) July 26, 2024
पर हम झारखंड का विभाजन कभी नहीं होने देंगे। pic.twitter.com/RjJ3Dg6klr
झामुमो ने एक पोस्ट में लिखा, ''मनुवादी भाजपा की झारखंड और आदिवासियों के विभाजन की असलियत अब सभी जान चुके हैं. हम झारखंड का विभाजन कभी नहीं होने देंगे.'' एक अन्य पोस्ट में पार्टी ने लिखा, ''सदियों से आदिवासियों-झारखंडियों का शोषण किया गया और अब अपनी गलतियों-नाकामियों पर पर्दा डालने की मंशा से झारखंड को बांटने की तैयारी कर रही है भाजपा.''
बता दें कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने झारखंड में घट रही हिंदू आबादी, बढ़ रही बांग्लादेशी घुसपैठ, धर्मांतरण और एनआरसी का मुद्दा गुरुवार को लोकसभा में उठाया था. उन्होंने एनआरसी लागू करने की मांग की थी. उन्होंने सुझाव दिया था कि घुसपैठ की समस्या को देखते हुए झारखंड के संथाल परगना, बिहार के अररिया, किशनगंज एवं कटिहार और पश्चिम बंगाल के मालदा और मुर्शिदाबाद जिलों को मिलाकर केंद्र शासित प्रदेश बनाया जाना चाहिए.
--आईएएनएस
एसएनसी/एबीएम
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