उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की नोएडा पुलिस (Noida Traffic Police) का एक हैरान करने वाला कारनामा सामने आया है, जिसमें हेलमेट नहीं पहनने के कार का एक हजार रुपये का चालान कर दिया गया है. उस पर खास बात ये है कि जिस शख्स का चालान कटा है वो कभी भी अपनी कार से नोएडा गए ही नहीं है. अब उन्हें समझ नहीं आ रहा कि है कि आखिर वह कैसे इस मुश्किल से छुटकारा पाएं. वह नोएडा ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं कि इस मामले की जांच करें और उन्हें इस दुविधा से मुक्ति दिलाएं.
तुषार सक्सेना ने इस मामले में कहा कि 9 नवंबर 2023 को सुबह 8:47 पर मेरी कार का चालान कटा. उन्होंने कहा कि अगर आप ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हैं तो उस पर चालान कटना आम है, लेकिन गलती भी तो हो. मेरे साथ जो वाकया हुआ है, उसे अगर कोई सुनेगा तो उस पर हंसेगा. उन्होंने कहा कि यह पुलिस के लिए भी बड़ा सवाल है कि एक शख्स जो रामपुर में रहता है और नोएडा कभी गया ही नहीं अचानक से उसके पास एक मैसेज आता है कि 'योर चालान इज रेडी'.
क्या कार में हेलमेट लगाकर घूंमूं : सक्सेना
उन्होंने कहा कि उस वक्त मैंने गौर नहीं किया क्योंकि मैसेज दिनभर बहुत सारे आते रहते हैं और अब 9 अगस्त को मेरे पास एक मेल आता है और उसमें लिखा है कि हेलमेट नहीं पहनने के कारण मेरा चालान कट चुका है. उन्होंने सवाल किया कि क्या मैं कार के अंदर हेलमेट लगाकर घूमूं और अगर ऐसा कोई नियम है तो कृपया मुझे लिखित में उपलब्ध कराया जाए कि कार के अंदर आप हेलमेट लगाएंगे और फिर कार चलाएंगे.
1000 रुपये का किया चालान : सक्सेना
उन्होंने बताया कि मैंने यह कार पिछले साल मार्च 2023 में ली थी और इसे रामपुर ट्रांसफर कराया. यह मेरे यानी तुषार सक्सेना के नाम पर है. उन्होंने कहा कि मेरा चालान कटा है और मुझे लगता है कि यह गलत कटा है. यह चालान गौतमबुद्ध नगर ट्रैफिक पुलिस ने काटा है, जो 1000 रुपये का है. उन्होंने कहा कि हेलमेट नहीं पहनने के कारण चालान कटा है और यह कहीं ना कहीं यह जांच का विषय है.
इसलिए 9 महीने बाद सामने आया है ये मामला
यह पूछे जाने पर की चालान जब नवंबर में कटा है तो यह अब कैसे सामने आया है, इस पर तुषार सक्सेना ने बताया, मेरे एक परिचित ट्रैफिक पुलिस में है, उन्होंने बताया कि अगर चालान की प्रक्रिया काफी लंबी हो जाती है तो मामला कोर्ट में चला जाता है. इसलिए मैंने इस पर संज्ञान लेना उचित समझा. उन्होंने कहा कि इस मामले की पूरी जांच होनी चाहिए. उन्होंने गौतमबुद्ध नगर पुलिस के आला अधिकारियों से अपील करते हुए कहा कि इस मामले की सही तरीके से जांच की जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि इस तरह के मामलों से आम आदमी को काफी तकलीफ होती है. उन्होंने कहा कि जो भी इस मामले के बारे में सुनता है वो ही हंस पड़ता है.
from NDTV India - Latest https://ift.tt/1YuKohG
https://ift.tt/Rjgm54u August 25, 2024 at 10:47PM